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शरीर-मन-आत्मा

‘अहमात्मा गुडाकेश’: ‘मैं आत्मा हूँ’, यही कृष्ण ने अर्जुन के प्रश्न का उत्तर दिया: ‘कृष्ण कौन हैं?’। हम अक्सर अपने आप को केवल अपने भौतिक शरीर से ही पहचानते हैं, लेकिन अपने सार को भूल जाते हैं। क्या गुलाब अपनी सुगंध के बिना गुलाब हो सकता है? हमारे सच्चे कल्याण के लिए मन-शरीर-आत्मा के जुड़ाव पर विचार करना आवश्यक है।